जमरानी बांध (Jamrani Dam ) को केंद्र से स्वीकृति बतौर सिंचाई प्रोजेक्ट मिली है। जबकि इस बांध से 14 मेगावाट बिजली उत्पादन भी होना है। पावर प्लांट स्थापित करने के लिए करीब 122 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस जिम्मेदारी को यूजेवीएनएल (उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड) पूरा करेगा। उसके स्वामित्व में आगे प्लांट का संचालन भी किया जाना है।
1975 से जमरानी बांध की कवायद चल रही है। बांध निर्माण से उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। हल्द्वानी व भाबर क्षेत्र में पेयजल संकट की किल्लत दूर होगी। इसके अलावा बिजली उत्पादन भी किया जाना है। बांध निर्माण के लिए 400 हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ेगी।
जून में दिल्ली में हुई अहम बैठक में प्रोजेक्ट को पीएम कृषि सिंचाई योजना में शामिल कर लिया गया था। वित्तीय स्वीकृति के लिए फाइल वित्त मंत्रालय को भेज दी गई। लेकिन पावर प्लांट के लिए राज्य सरकार को ही बजट उपलब्ध करवाना है। क्योंकि, यह काम कामर्शियल श्रेणी में आता है। ऐसे में राज्य सरकार उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के माध्यम से प्लांट को स्थापित करेगी।