उत्तराखंड प्रवास पर आए महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari) ने कहा कि उत्तराखंड की जनता के प्यार और प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के वजह से मुझे महाराष्ट्र की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं इस कोशिश में जुटा हूं कि महाराष्ट्र की अच्छाइयों को यहां ला सकू। भले वह कृषि, उद्योग, विज्ञान या अन्य किसी भी क्षेत्र से जुड़ी हो।
राज्यपाल कोश्यारी के अनुसार उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों को बताया कि मराठी और मेरे राज्य की कुमाऊं-गढ़वाली के सैकड़ों शब्द एक जैसे हैं। इसलिए हम-तुम एक ही है। साथ ही मराठी सीखने का प्रयास भी किया। महाराष्ट्र के राज्यपाल बनने के बाद पहली बार हल्द्वानी पहुंचे भगत सिंह कोश्यारी का काठगोदाम सर्किट हाउस में लोगों ने भव्य स्वागत किया। विधायक, मेयर, भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के अलावा कई संगठनों के लोग भी यहां नजर आए।
इस दौरान मीडिया से बातचीत में राज्यपाल कोश्यारी ने कहा कि उत्तराखंड टूरिज्म का हब होने के साथ देवभूमि भी कहलाता है। पर्यटन व धार्मिक स्थलों को देखने के लिए महाराष्ट्र से ज्यादा से ज्यादा लोग यहां पहुंचे। इस दिशा में भी प्रयास किए गए। कोश्यारी ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि महाराष्ट्र के लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में उत्तराखंड आकर इसे और अच्छा बनाने में अपना सहयोग देंगे।