शताब्दी वर्ष की तैयारी : हर न्याय पंचायत तक पहुंचेगी संघ की शाखा, यूपी में विस्तार की योजना

शाखाओं की संख्या बढ़ाने के साथ ही संघ की सामाजिक सरोकार और राष्ट्रवाद से जुड़ी गतिविधियों को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए शताब्दी विस्तारक अभियान चलाया जाएगा।
व्यायाम करते आरएसएस कार्यकर्ता
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष 2024-25 तक प्रदेश की न्याय पंचायतों तक शाखाओं का विस्तार करेगा। शाखाओं की संख्या बढ़ाने के साथ ही संघ की सामाजिक सरोकार और राष्ट्रवाद से जुड़ी गतिविधियों को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए शताब्दी विस्तारक अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए संघ ने स्वयं सेवकों के साथ वैचारिक संगठनों के युवाओं से दो वर्ष संगठनों को देने का आह्वान किया है।

गुजरात के कर्णावती में संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की गत तीन दिन हुई बैठक में बीते वर्ष के कार्यक्रमों का अनुमोदन करने के साथ आगामी वर्ष की कार्ययोजना तैयार की गई। बताया गया कि यूपी में अभी करीब 50 प्रतिशत से अधिक शहरी बस्तियों और इतनी ही न्याय पंचायतों में संघ के कार्यक्रम चल रहे हैं।
आगामी दो वर्षों में सभी शहरी बस्तियों और न्याय पंचायतों में संघ का विस्तार किया जाएगा। कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में संघ के सेवा कार्यों के कारण बड़ी संख्या में लोग संगठन से जुड़े हैं। वहीं प्रबुद्ध वर्ग के ऐसे लोग भी संघ से जुड़े हैं जो सक्रिय रूप से नहीं जुड़ सकते हैं लेकिन बौद्धिक, तकनीकी और आर्थिक सहयोग कर सकते हैं। योजना के तहत ऐसे सभी लोगों को किसी न किसी कार्यक्रम के जरिए लगातार सक्रिय रखा जाएगा।

सभा में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण निधि अभियान की सफलता को सराहा गया। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण सहित राष्ट्रवाद से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी विचार रखा गया। आगरा में 22 दिसंबर को आयोजित स्वराज नाद कार्यक्रम, कानपुर में अमृत महोत्सव के तहत 19 नवंबर से 16 दिसंबर तक चलाए गए झांसी की रानी महोत्सव, महाविद्यालय कार्य विस्तार एवं दृढ़ीकरण के लिए मेरठ में चलाए गए कार्यक्रमों की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई।

यूपी के प्रचारकों में कोई परिवर्तन नहीं
यूपी के अवध और पश्चिम क्षेत्र के प्रमुख प्रचारकों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। प्रतिनिधि सभा में यूपी चुनाव के परिणामों पर प्रशंसा जाहिर की गई। चुनाव के बाद अब सभी स्वयं सेवकों व वैचारिक संगठनों को शताब्दी वर्ष से जुड़े कार्यक्रमों में सक्रिय करने का निर्णय हुआ।

समाज परिवर्तन के कार्यों को देने आंदोलन का रूप 

संघ की ओर से समाज परिवर्तन के कार्यों को आंदोलन के रूप में लागू किया जाएगा। हर जिले में एक गांव को आदर्श गांव बनाने के साथ परिवार प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, गो सेवा संवर्धन के क्षेत्र के कार्यों को भी आगे बढ़ाया जाएगा।

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