बोले बघेल, सरकार बनी तो पांच सौ रूपये से कम दाम में मिलेगा एलपीजी सिलेंडर

देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस के चुनावी कैंपन अभियान और गीत ‘उत्तराखंड स्वाभिमान चार धाम, चार काम’ का विमोचन करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला। छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तराखंड की जनता से वादा किया है कि सरकार बनने पर पांच सौ रुपये से कम का घरेलू गैस सिलेंडर दिया जाएगा। कहा कि महंगाई पर मार करने के लिए ठोस रणनीति बनाकर कार्य किया जाएगा। सिलेंडर के दामों पर लगाम लगाने के लिए इसे घोषणापत्र में भी शामिल किया गया है। कहा कि समाज का हर वर्ग महंगाई से त्रस्त है, ऐसे में जनता को कांग्रेस पर भरोसा कर जताना होगा, ताकि महंगाई कम की जा सके। सोमवार को देहरादून पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छतीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में बुनियादी सुविधाओं को विकसीत करने के लिए ठोस रणनीति बनाकर कार्य किया जागएा। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सेवाओं और सुविधाओं पर फोकस कर कार्य किया जाएगा। बघेल ने भाजपा पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश और देश में महंगाई  घटानी है तो भाजपा को हराना होगा। उत्तराखंड के लोगों से अपील की है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव-2022 में कांग्रेस प्रत्याशियों को वोट देकर भारी मतों से सदन में भेंजे, ताकि बढ़ती हुई महंगाई पर लगाम लगाया जा सके। बताया कि छत्तीसगढ़ में भूमिहर श्रमिकों को 6000 रुपये की न्याय योजना भी शुरू की गई है।

भाजपा ने कांग्रेस के ‘चार धाम चार काम ‘  पर लगाया सवालिया
देहरादून | कॉंग्रेस के आज से शुरू चुनावी कैम्पेन पर सवालिया निशान लगाते हुए भाजपा ने कहा कि जिस पार्टी के मुख्यमंत्री खुले आम कैमरे पर उत्तराखंड को लूटने का लाइसेन्स देते पकड़े गए हों ,वह अब बड़ी बेशर्मी से ‘चार धाम चार काम’ के नारे दे रहे हैं | भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक ने आरोप लगाया कि कॉंग्रेस के जो प्रवासी नेता अपने घोषणापत्र में गैस सिलेंडर पर सब्सिडी देने, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा, रोजगार वृद्धि और अन्य हवा हवाई दावे कर के गए हैं, उन्हे सबसे पहले इन तमाम वादों को सबसे पहले अपने-अपने राज्य की कॉंग्रेस सरकारों में लागू करके दिखाना चाहिए |
मदन कौशिक ने राज्य की जनता को चेताते हुए कहा कि अपने घोषणा पत्र कार्यक्रम में एक दूसरे को टोपी पहनाते नज़र आने वाले यही कोंग्रेसी जल्दी ही देवभूमि की राष्ट्रवादी जनता को टोपी पहनाने की कोशिश करते नज़र आने वाले हैं | कल तक साँप-नेवले, उज्याडु बैल, लोकतन्त्र का हत्यारा और भी न जाने कौन कौन सी उपमाओं से एक दूसरे को सुशोभित करने वाले नेता सत्ता के लालच में कोंग्रेसी की डूबती नांव में सवार हैं | इनका उद्देश्य चार धामों की इस पवित्र भूमि में चार नहीं बल्कि एक ही काम को करना है और वह है भ्रष्टाचार के नए नए तरीकों से राज्य को लूटना | जो कॉंग्रेस अपने शासन के एक भी काम नहीं गिना पाती हो उसके चार काम के झूठे दावों पर जनता कतई भरोसा नहीं करने वाली है | उत्तराखंड चुनाव के लिए कोंग्रेसी घोषणापत्र जारी करने वाले छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को सबसे अपने राज्य में इन तमाम घोषणाओं को लागू करके दिखाना चाहिए | उन्होने आरोप लगते हुए कहा कि सबसे पहले तो कॉंग्रेस घोषणापत्र के सभी वादे झूठे है और उस पर कॉंग्रेस पार्टी की विश्वसनीयता भी शून्य है | लिहाजा उत्तराखंड की महान जनता इनके झांसे में नहीं आने वाली है और भाजपा के पक्ष में अपना मन बना चुकी है |

35 विधानसभा सीटों पर मेरा प्रभाव, भाजपा सरकार पर बोला हमला
देहरादून। भाजपा से निष्कासित होने के बाद कांग्रेस में जुड़े पूर्व काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत भी पार्टी के प्रचार अभियान में कमर कस कर उतर गए। सोमवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में चुनाव कैंपेन की लांचिंग में शामिल हुए हरक ने दोहराया कि वो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाने के लिए हर मुमकिन प्रयास करेंगे। हरक ने दावा किया कि दो चार नहीं बल्कि प्रदेश की 35 सीटों पर वो एक हजार से लेकर 25 हजार तक वोटरों को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। इन 35 सीटों पर किसी ने किसी रूप में उनके समर्थक मौजूद हैं। कांग्रेस के कार्यक्रम में हरक सबसे ज्यादा आकर्षण के केंद्र में रहे। पार्टी शीर्ष नेताओं के बजाए मीडिया भी हरक से मन की बात जानने और बाइट लेने को ज्यादा बेकरार रहा। हरक ने कहा कि कुछ झूठी खबरों की वजह से उनके खिलाफ माहौल बनाया गया। जिसके कारण भाजपा के उनके खिलाफ कार्रवाई की। अब वो कांग्रेस के समर्पित सिपाही हैं। कांग्रेस की सरकार लाने के लिए जिस भी हद तक जाना होगा, वो जाएंगे। मालूम हो कि कांग्रेस के साथ मेल मिलाप की खबरों के चलते भाजपा ने 16 जनवरी को काबीना मंत्री पद से बर्खास्त करते हुए पार्टी की सदस्यता से भी छह साल के निष्कासित कर दिया था। 18 मार्च 2016 में कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में गए हरक ने 21 जनवरी को दोबारा से कांग्रेस की सदस्यता ले ली है।

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