भयमुक्त समाज की स्थापना करना पुलिस की प्राथमिकता

उत्तराखंड के गढ़वाल परिक्षेत्र (रेंज) के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) करन सिंह नगन्याल ने जनपद हरिद्वार के राजपत्रित पुलिस अधिकारियों और सभी थानाध्यक्षों के साथ सर्किलबार अपराध की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि भयमुक्त समाज की स्थापना करना पुलिस की प्राथमिकता होना चाहिए।

पुलिस कार्यालय, रोशनाबाद के सभागार में हुई इस समीक्षा बैठक में नगन्याल कहा कि अपराध होने से पहले ही रोकने पर काम करें। उन्होंने निर्देश दिए कि आदतन अपराधियों की कुंडली खंगालते हुए उनके विरुद्ध गुंडा व गैंगेस्टर की कार्रवाई में तेजी लाई जाए। एक एवं दो साल से लंबित पड़े संगीन अपराधों (एसआर केस) की समीक्षा कर लंबित पड़ी विवेचना पर उन्होंने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। करन सिंह नगन्याल ने निर्देश दिए कि पुलिस की कार्रवाई स्पष्ट होनी चाहिए तथा अपराधियों में पुलिस का भय होना बहुत जरुरी है। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जो भी अभियान पुलिस मुख्यालय अथवा उनके कार्यालय स्तर से चलाए जा रहे है, उन सभी पर क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी अपने क्षेत्रों में कार्य करते हुए अपराधियों के विरुद्ध शत-प्रतिशत कड़ी कार्रवाई करते हुए अभियान को सार्थक बनाएं। उन्होंने कहा कि केवल नाम मात्र की कार्रवाई से काम नहीं चलेगा। अपने अधीनस्थों को भी मोटिवेटेड करें तथा उन्हे अलग-अलग जिम्मेदारी देते हुए सभी लोग आपस में समन्वय स्थापित कर अच्छी पुलिसिंग पर फोकस करें।

वहीं डीआईजी ने निर्देशित किया कि जनपद में जितने भी एसआर केस लम्बित चल रहे है, उन्हें प्रत्येक क्षेत्राधिकारी प्रत्येक सप्ताह पर्यवेक्षण कर विवेचकों का उचित मार्गदर्शन कर लापरवाह विवेचक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अपराधी को सजा दिलवाना पुलिस का काम है, हमें भयमुक्त समाज बनाना है। जनपद में जितने भी इनामी एवं वांछित अभियुक्त हैं, उन पर थाना क्षेत्रों में अलग-अलग पुलिस टीम गठित कर शत-प्रतिशत कार्रवाई अमल में लाई जाए।

 

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