मोरबी हादसे के बाद चर्चा में लक्ष्‍मण झूला

गुजरात में मोरबी पुल हादसे में 135 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 100 से ज्यादा घायल लोगों का इलाज अभी भी जारी है।

30 अक्‍टूबर रविवार को यह हादसा हुआ था, जिसके बाद तीर्थनगरी ऋषिकेश का लक्ष्‍मण झूला पुल चर्चा में आ गया है। दरअसल, 2019 में आइआइटी रुड़की के विज्ञानियों ने लक्ष्‍मण झूला पुल को अनफिट बता दिया था। लेकिन इस पुल को पूरी तरह बंद न कर स्‍थानीय लोागों को पैदल आवाजाही की अनुमति दी गई थी।

  • तीस अक्‍टूबर को गुजरात में हुए मोरबी पुल हादसे के बाद लक्ष्मण झूला पुल चर्चा में आ गया है।
  • लक्ष्मण झूला पुल जनपद टिहरी और पौड़ी को जोड़ता है।
  • अपनी उम्र पूरी कर चुके लक्ष्मण झूला पुल को शासन की ओर से 13 जुलाई 2019 को बंद कर दिया गया था।
  • इसके बाद भी पुल पर स्‍थानीय लोागों को पैदल आवाजाही होती रही।
  • जिसके बाद नए पुल के निर्माण के लिए चंडीगढ़ की एक कंपनी को काम दिया गया था।
  • नए पुल के निर्माण का काम पुराने पुल के ठीक बगल में होने लगा।
  • तीन अप्रैल 2022 को लक्ष्मण झूला पुल की सपोर्टिंग वायर अचानक टूट गई।
  • पुल निर्माण कार्य में लगी मिट्टी उठाने वाली 600 किलो वजनी बकेट से टकराकर पुल का संतुलन बनाने वाली सपोर्टिंग तार टूटी थी।
  • जिसके बाद पुल पूरी तरह बंद कर दिया गया।
  • करीब तीन साल तक अनफिट लक्ष्मण झूला पुल से लोग गुजरते रहे।
  • पुल के बंद होने से लक्ष्मण झूला और तपोवन के बीच पैदल संपर्क समाप्त हो गया है।

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