उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि 10वीं और 12वीं कक्षाओं के बाद विद्यार्थियों को करियर से संबंधित परामर्श दिया जाएगा, जिससे वे अपनी रुचि के क्षेत्रों का चयन कर सकें।यहां रायपुर क्षेत्र में नवोदय विद्यालय के ‘वर्चुअल स्टूडियो’ में ‘द करियर गुरु’ कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मंत्री ने कहा कि पहले चरण में ‘तमन्ना एप्टिट्यूड टेस्ट’ से 150 शिक्षकों द्वारा 2000 बच्चों को करियर से संबंधित परामर्श दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सहित पूरे देश में एनसीईआरटी के माध्यम से करवाए जा रहे ‘तमन्ना एप्टिट्यूड टेस्ट’ के माध्यम से छात्र-छात्राएं यह तय कर पाएंगे कि उन्हें किस दिशा में आगे बढ़ना है।धन सिंह रावत ने कहा कि अब जल्द ही गुजरात सरकार की तर्ज पर उत्तराखंड में भी विद्या समीक्षा केंद्र बनाए जा रहे हैं, जिनके जरिए शिक्षक और छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि कक्षा में शिक्षक किस प्रकार पढ़ा रहे हैं और बच्चा कैसे शिक्षा ग्रहण कर रहा है, यह सब जानकारी ऑनलाइन हो जाएगी।शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शैक्षिक गुणवत्ता के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं प्रदेश के 200 स्कूलों का निरीक्षण कर चुके हैं। सरकार शासकीय स्कूलों के साथ अब अशासकीय स्कूलों को भी वर्दी, जूते और किताबें मुफ्त देने जा रही है।