केंद्र सरकार के सूक्ष्म, लघु एवम मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के अधीन एमएसएमई विकास कार्यालय, हल्द्वानी द्वारा उद्योगों के लिए ‘एमएसएमई सस्टेनेबल जेड सर्टिफिकेशन स्कीम’ पर शनिवार को देहरादून के एक निजी होटल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उद्योगों के बीच जीरो डिफेक्ट जीरो इफेक्ट (जेड) स्कीम के बारे में जागरूकता पैदा करना तथा उन्हें एमएसएमई चैंपियन बनने के लिए प्रोत्साहित करते हुए ‘जेड’ प्रमाणन के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करना है। इस नई योजना को वैश्विक बाजार में उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए जागरूकता, मूल्यांकन, दर, परामर्श, हैंडहोल्ड, पुनर्मूल्यांकन और प्रमाणित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अतीश कुमार सिंह, संयुक्त सचिव, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने इंडस्ट्रीज से जेड सर्टिफिकेशन लेने का अनुरोध किया तथा मंत्रालय की अनेक योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। राज्य के निदेशक उद्योग उत्तराखंड एससी नौटियाल ने राज्य द्वारा दिए जाने वाले प्रोत्साहन के बारे में चर्चा की।
तकनीकी सत्र के दौरान नीरज कुमार, जेड सलाहकार, नई दिल्ली ने जेड स्कीम के फायदे बताए। कार्यक्रम में उद्योग निदेशालय, खादी बोर्ड देहरादून, एमएसएमई-टीसी सितारगंज, जिला उद्योग केंद्र देहरादून, एनएसआईसी देहरादून, सिडबी देहरादून, सीआईपीईटी देहरादून, ईएसटीसी रामनगर ने प्रतिभाग किया। आईएयू, देहरादून से पंकज गुप्ता, अध्यक्ष, यूआईडब्ल्यूए, देहरादून से जितेंद्र कुमार तथा लघु उद्योग भारती, देहरादून से कैलाश मेलाना ने अपने विचार रखें। बता दें कि कार्यक्रम में लगभग 55 उद्यमियों और अधिकारिय ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन एमएसएमई विकास कार्यालय, हल्द्वानी के अमित मोहन ने किया।