राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले करौली हिंसा और 300 साल पुराने मंदिर पर बुलडोजर ने अशोक गहलोत सरकार की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। विपक्ष ने औरंगजेब तक से तुलना कर दी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोड़े जाने की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का भी गठन किया है।
राजस्थान के अलवर जिले के सराय मोहल्ला में मंदिर को तोड़ा गया। सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद की अध्यक्षता में गठित भाजपा कमेटी तीन दिनों में राजगढ़ का दौरा कर तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कर राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया को सौंपेगी। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबुक, भाजपा नेता संजय नरुका ने कहा, “समिति में चंद्रकांता मेघवाल, राजेंद्र सिंह शेखावत, ब्रज किशोर उपाध्याय और भवानी मीणा शामिल हैं।”