नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह 10 बजे सैफई मेला ग्राउंड के पंडाल में रखा जाएगा। मुलायम सिंह के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए सैफई में लोग बड़ी संख्या में यूपी के अलग-अलग जिलों से आ रहे हैं। दोपहर तीन बजे उन्हें मुखाग्नि दी जाएगी।
मुलायम परिश्रमपूर्वक साधारण से असाधारण नेता बने, लेकिन लोकव्यवहार में हमेशा साधारण ही बने रहे। अकेले दम पर पार्टी बनाई। कई बार मुख्यमंत्री रहे। रक्षा मंत्री रहे, लेकिन यारी-दोस्ती और मित्रता में अपने-पराए में भेद नहीं किया। विपक्ष में भी जिससे दोस्ती हुई, उससे आजीवन निभाया। यारों के यार थे मुलायम सिंह।