सावन की शिवरात्रि के मौके पर देवभूमि उत्तराखंड के शिवालयों में सुबह से ही भगवान भोलेनाथ के जयकारे लगते रहे। हरिद्वार में दक्ष प्रजापति और विल्वकेश्वर महादेव मंदिर समेत प्रदेश के शिवालयों में श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रही। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जल, दूध से अभिषेक कर बिल्व पत्र एवं प्रसाद चढ़ाकर परिवार की खुशहाली की कामना की। नीलकंठ धाम में सुबह 10 बजे से अब तक 25000 श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए पहुंचे।
वहीं, भगवान शिव की ससुराल दक्षेश्वर महादेव का नजारा भी आज देखने वाला है। आकर्षक ढंग से सजाएं गए भगवान शंकर की ससुराल दक्ष प्रजापति मंदिर में शिवरात्री पर देर रात से ही भक्तो का सैलाब उमड़ने लगा था।
दक्ष मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी विशेश्वर पुरी महाराज का कहना है कि सावन में शिवरात्रि पर भोलेनाथ का अभिषेक करने का विशेष महत्व है और ऐसा करने वाले की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव सावन में साक्षात रूप में दक्ष प्रजापति महादेव मंदिर में विराजमान रहते हैं। और वे मात्र जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते है ।