मोटे अनाज को ‘जन आंदोलन’ बनाने की दिशा में काम करें, बीजेपी सांसदों को पीएम मोदी की सलाह

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संसदीय दल की बैठक में बेहतर स्वास्थ्य के लिए मोटे अनाज और खेलों की अहमियत पर बल दिया और सांसदों से इन्हें प्रोत्साहित करने की दिशा में काम करने को कहा। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा संसद परिसर में सांसदों के लिए आयोजित एक विशेष दोपहर भोज में भी हिस्सा लिया, जिसमें मोटे अनाजों के व्यंजन परोसे गए। संसदीय दल की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि मोदी ने भाजपा सांसदों से कहा कि देश के ज्यादातर छोटे किसानों द्वारा उगाए जाने वाले मोटे अनाज को लोकप्रिय बनाना देश की सेवा करने के बराबर है।

जोशी के मुताबिक मोदी ने कहा, ‘‘यह एक जन आंदोलन का स्वरूप लेना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने उनकी सरकार के अनुरोध पर 2023 को मोटे अनाज का अंतरराष्ट्रीय वर्ष घोषित किया है क्योंकि उन्होंने मोटे अनाज को भोजन का एक लोकप्रिय विकल्प बनाने का आह्वान किया था। भारत की अध्यक्षता में जी-20 से जुड़ी बैठकों में हजारों विदेशी प्रतिनिधियों के बड़ी संख्या में शामिल होने की संभावना के बीच मोदी ने कहा कि मोटे अनाज को उनके लिए परोसे जाने वाले भोजन व व्यंजनों का हिस्सा बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज को आंगनवाड़ियों, स्कूलों, घरों और सरकारी बैठकों में भी उपयोग किया जा सकता है।

मोदी ने कहा कि अनाज के बारे में जागरूकता स्कूलों और कॉलेजों में परिचर्चा की मेजबानी करके फैलाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि उच्च पोषण वाले खाद्य पदार्थों के बारे में जानकारी लोगों के साथ साझा की जाती है तो उसका उपभोग भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि सांसद अपनी मेजबानी में होने वाली बैठकों में मोटे अनाज से बने व्यंजनों का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों की श्रेणी में आने वाले 85 प्रतिशत से अधिक भारतीय किसान बड़ी संख्या में बाजरा उगाते हैं, ऐसे में इन अनाजों की खपत में वृद्धि से उन्हें आर्थिक मदद मिलेगी। संयोग से, सरकार ने मंगलवार को सभी सांसदों के लिए दोपहर के भोजन की मेजबानी भी की। इस आयोजन के केंद्र में मोटे अनाज से बने व्यंजन रहे।
सांसदों के साथ दोपहर भोज में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘जब हम 2023 को मोटे अनाज के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के रूप में मनाने की तैयारी कर रहे हैं, संसद में शानदार दोपहर के भोज में मैं शामिल हुआ, जहां मोटे अनाज के व्यंजन परोसे गए। पार्टी लाइन से परे से भागीदारी देखकर अच्छा लगा।” उन्होंने एक तस्वीर साझा की, जिसमें राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दोपहर के भोजन के दौरान उनके साथ बैठे थे। प्रधानमंत्री ने सांसदों से कबड्डी जैसे भारतीय खेलों पर विशेष ध्यान देने के साथ खेल संबंधी बैठकों को बढ़ावा देने के लिए भी कहा। पिछले कुछ वर्षों में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन और उनकी मेजबानी करना भाजपा की प्रमुख पहलों में से एक रहा है।

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