भाजपा सांसद के करीबी पर नोएडा में जानलेवा हमला करने के बाद फरार चल रहे रणदीप भाटी गिरोह के तीन शूटरों को उत्तराखंड एसटीएफ ने देहरादून से गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से पिस्टल, तमंचे और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। एसटीएफ के अनुसार, तीनों यहां लूट की बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में आए थे। गिरफ्तारी के दौरान शूटरों ने हथियार के बल पर भागने की भी कोशिश की। लेकिन, एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि तीन अक्तूबर की रात स्कॉर्पियों सवार बदमाशों ने नोएडा में भाजपा के मंडल अध्यक्ष सांगा पंडित और उनके साथ मौजूद कार्यकर्ता का अपहरण कर जानलेवा हमला किया था। घटना के बाद आरोपी फरार चल रहे थे। इस मामले में गौतमबुद्धनगर के सांसद महेश शर्मा ने नोएडा पुलिस को अल्टीमेटम दिया था। इस बीच उत्तराखंड एसटीएफ को सूचना मिली कि दिल्ली के रणदीप भाटी गिरोह के कुछ शॉर्प शूटर देहरादून आ रहे हैं। इसके बाद दून की सभी सीमाओं पर चेकिंग शुरू की गई।
शनिवार देर रात आशारोड़ी चेक पोस्ट पर एसटीएफ के उपनिरीक्षक विपिन बहुगुणा और उपनिरीक्षक नरोत्तम बिष्ट के नेतृत्व में तैनात टीम को काले रंग की स्कॉर्पियो आती दिखी। सूचना के आधार पर एसटीएफ ने स्कॉर्पियो का पीछा शुरू कर दिया और ट्रांसपोर्टनगर के पास रोककर चेकिंग की। इस दौरान कार सवार तीन व्यक्तियों ने हथियार निकाल एसटीएफ को डराने की कोशिश और भागने लगे। लेकिन, टीम ने घेराबंदी कर तीनों को दबोच लिया। उनके पास से दो पिस्टल, एक तमंचा और 12 कारतूस मिले हैं। घटना के दौरान ट्रांसपोर्टनगर चौराहे पर कुछ देर के लिए जाम की स्थिति रही।एसटीएफ के एसएसपी ने बताया कि गैंगस्टर सुंदर भाटी का अनिल दुजाना से काफी समय से रंजिश चल रही है। 31 जनवरी 2014 को सुंदर भाटी गिरोह के मुख्य शूटर अशोक और पांच अन्य ने रणदीप भाटी गिरोह के एक शूटर संजय नागर की नालापानी रोड, रायपुर, देहरादून में गोली मारकर हत्या कर दी थी।