प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में बेहतर स्वास्थ्य के लिए मोटे अनाज और खेलों की अहमियत पर बल दिया और सांसदों से इन्हें प्रोत्साहित करने की दिशा में काम करने को कहा। बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि मोदी ने भाजपा सांसदों से कहा कि देश के ज्यादातर छोटे किसानों द्वारा उगाए जाने वाले मोटे अनाज को लोकप्रिय बनाना देश की सेवा करने के बराबर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने उनकी सरकार के अनुरोध पर 2023 को मोटे अनाज का अंतर्राष्ट्रीय साल घोषित किया है क्योंकि उन्होंने मोटे अनाज को भोजन का एक लोकप्रिय विकल्प बनाने का आह्वान किया था। भारत की अध्यक्षता में G-20 से जुड़ी बैठकों में हजारों विदेशी प्रतिनिधियों के बड़ी संख्या में शामिल होने की संभावना के बीच मोदी ने कहा कि मोटे अनाज को उनके लिए परोसे जाने वाले भोजन व व्यंजनों का हिस्सा बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज को आंगनवाड़ियों, स्कूलों, घरों और सरकारी बैठकों में भी उपयोग किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सांसद अपनी मेजबानी में होने वाली बैठकों में मोटे अनाज से बने व्यंजनों का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों की श्रेणी में आने वाले 85 प्रतिशत से अधिक भारतीय किसान बड़ी संख्या में बाजरा उगाते हैं, ऐसे में इन अनाजों की खपत में वृद्धि से उन्हें आर्थिक मदद मिलेगी। संयोग से, सरकार मंगलवार को सभी सांसदों के लिए दोपहर के भोजन की मेजबानी कर रही है, जिसके केंद्र में मोटे अनाज से बने व्यंजन हैं। प्रधानमंत्री ने सांसदों से कबड्डी जैसे भारतीय खेलों पर विशेष ध्यान देने के साथ खेल संबंधी बैठकों को बढ़ावा देने के लिए भी कहा। पिछले कुछ वर्षों में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन और उनकी मेजबानी करना भाजपा की प्रमुख पहलों में से एक रहा है।