उत्तराखंड में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्णरूप से प्रतिबंध लगने के कारण प्रभावित उद्योगों को वैकल्पिक उत्पादों का निर्माण करने के लिए सरकार की ओर से प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके लिए उद्योग विभाग ने प्लास्टिक की जगह वैकल्पिक उत्पादों के विनिर्माण व री-साइकिलिंग के लिए नीति का ड्राफ्ट तैयार कर लिया। इसके अलावा सेवा क्षेत्र के उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार नीति बना रही है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने से प्रदेश में चार सौ से अधिक उद्योग प्रभावित हुए हैं।
राज्य में उद्योगों का रुझान बढ़ाने के लिए सड़क, हवाई एवं रेल मार्गों का राज्य में तेजी से विस्तार किया जा रहा है। उद्योगों में सिंगल विंडो समेत तमाम प्रक्रियाओं को सरल किया गया है। राज्य में निवेश अनुकूल वातावरण के लिए सिंगल विंडो पोर्टल के माध्यम से उद्योगों को विभिन्न विभागों की अनुमति दी जा रही है। उद्योगों की स्थापना के लिए अनिवार्य आवश्यकताओं को कम किया जा रहा है। जिससे निवेश की राह आसान हो सके। इस मौके पर अपर सचिव एवं उद्योग महानिदेशक रोहित मीणा, निदेशक उद्योग सुधीर चंद्र नौटियाल, इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पंकज गुप्ता, सिडकुल मेन्युफैक्चर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरेंद्र गर्ग समेत मौजूद थे।